गूंज प्रतियोगितासीखने में प्रतिस्पर्धा होना आवश्यक है क्योंकि यह शिक्षार्थियों को उत्कृष्टता के लिए प्रयास करने के लिए प्रोत्साहित करती है। यह विभिन्न क्षेत्रों में नवाचार, रचनात्मकता और प्रगति को भी जन्म देती है - इसी उद्देश्य को प्राप्त करने के लिए राजमाता कृष्णा कुमारी गर्ल्स पब्लिक स्कूल में समय-समय पर छात्राओं के सर्वांगीण विकास के लिए विभिन्न प्रतियोगिताएं आयोजित की जाती है। शनिवार दिनांक 13 अप्रैल 2024 को हिंदी विभाग की ओर से छात्राओं की मौखिक अभिव्यक्ति को विकसित करने तथा उनके आत्मविश्वास को बढ़ाने के लिए ‘गूंज’ प्रतियोगिता का आयोजन किया गया।‘ इस प्रतियोगिता को दो चरणों में आयोजित किया गया। प्रथम चरण में कक्षा दसवीं की छात्राओं को महान व्यक्तित्व के प्रेरक भाषण को उनके अनुरूप ही बोलना था दूसरे चरण में कक्षा नवी की छात्राओं को ‘हास्य व्यंग्य’ की कविता बोलनी थी।महान व्यक्तित्व के भाषण व कविता का चयन हिंदी विभाग की संयोजक अध्यापिकाएं (निर्मल हाडा,रीना मिश्रा)द्वारा किया गया। चारों सदनों की कविताएं व भाषण के विषय का चयन पर्ची निकलवा कर किया गया। प्रतियोगिता में निर्णायकों की भूमिका 1 श्रीमती रंजना शर्मा 2 श्रीमती कीर्ति महीचा 3 श्री लक्ष्मण सिंह ने निभाई।प्रतियोगिता के दोनों चरणों की समाप्ति के पश्चात निर्णायक महोदय ने सभी छात्राओं को ईमानदारी से प्रयास करने व दूसरों के लिए प्रेरणा बनने के लिए प्रोत्साहित किया।निर्णायक महोदया श्रीमती रंजना शर्मा ने एक प्रतियोगिता में प्रथम व द्वितीय स्थान पर रहने वाली छात्राओं को पुरस्कार प्रदान किये तथा बधाई देते हुए उन्होंने कहा कि ऐसी प्रतियोगिता में भाग लेकर हम अपने आत्मविश्वास को बढ़ा सकते हैं। कभी-कभी हम असफल भी हो जाते हैं लेकिन वह हार नहीं होती। वह हमें सीखाने वाली एक नई यात्रा होती है। प्रिंसिपल नीरा मैम व डीन अकादमी सीमा मैम ने हिंदी विभाग की सभी अध्यापिकाओं को सफल आयोजन के लिए बहुत-बहुत बधाई दी। कार्यक्रम का संचालन उन्नति शेखावत व समृद्धि चारण ने किया।अंत में चार्बी जैन ने धन्यवाद ज्ञापित किया।
प्रतियोगिता के परिणाम इस प्रकार रहे-कविता प्रतियोगिता कक्षा-9प्रथम - ध्रुवी मेहता (अंबिका सदन)
द्वितीय - मानवी गुलेचा (भवानी सदन)
भाषण/प्रवचन प्रतियोगिता कक्षा 10प्रथम - अन्वी मेहता (शक्ति सदन)
द्वितीय - राशि बाफना (अंबिका सदन)
सदन परिणाम-प्रथम- अंबिका सदनद्वितीय- शक्ति सदन
तृतीय- भवानी सदनचतुर्थ- दुर्गा सदन